बैडमिंटन: ‘कोरिया’ जीतनें के बाद ‘जापान’ फतह के लिए सिंधू तैयार
कोरिया ओपन सुपरसीरिज में पीवी सिंधू के खिताबी जीत का जश्न अभी शांत भी नहीं हुआ है कि मंगलवार से 325000 अमेरिकी डॉलर इनामी राशि वाला जापान ओपन शुरू हो रहा है। महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू नें रविवार को कोरिया ओपन बैडमिंटन का खिताब न केवल अपने नाम किया था बल्कि जापान की सुपरस्टार नोजोमी ओकुहारा से वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुका लिया।
उनकी यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि साइना नेहवाल और कदांबी श्रीकांत उस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे थे। देश के करोड़ो खेलप्रेमियों की उम्मीद अकेले 22 वर्षीय सिंधू के कंधे पर थी। मंगलवार को क्वालीफायर मुकाबलों से शुरू हो रहे जापान ओपन में भी पीवी सिंधू जीत की प्रबल दावेदार मानीं जा रहीं हैं। इसबार भारत के ज्यादातर स्टार शटलर भाग ले रहें हैं जिसमें साइना नेहवाल जाँघ की खिंचाव से उबर कर वापसी कर रहीं हैं। वहीं पुरूष वर्ग में श्रीकांत और पी.कश्यप भारतीय उम्मीदों को आगे बढ़ाएँगे।
इस सप्ताह सिंधू सीजन के तीसरे सुपरसीरिज खिताब जीतनें के लिए जापानी शटलर मिनात्सु मितानी के खिलाफ शुरूआती दौर का मैच खेलेंगी। पिछले सप्ताह कोरिया ओपन में एक कड़े मुकाबले में सिंधू नें मितानी को हराया था। इस नंबर वन भारतीय शटलर का नाओमी ओकुहारा से लगातार तीसरे टूर्नामेंट में सामना हो सकता है अगर सिंधू, मितानी को और नाजोमी, हांगकांग की चिंग यी को पहले दौर में हरा देती है। गोपीचंद के मार्गदर्शन में लौटनें के बाद पहली बार खेल रहीं साइना नेहवाल को पहले राउंड में थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से खेलना है।
वहीं दूसरे दौर में उनको ओलंपिक चैंपियन स्पेन की कैरोलिना मारिन से भिड़ना पड़ सकता है,बशर्ते की दोनों पहले राउंड का मैच जीत लें। वर्ल्ड नंबर 8 किदांबी श्रीकांत को पहले दौर में हीं नंबर 10 चीन के तियान हुवेई की मजबूत चुनौती का सामना करना पड़ेगा। श्रीकांत और हुवेई की अबतक सात बार भिड़ंत हो चुकी है जिसमें छः बार चीनी खिलाड़ी नें बाजी मारी है। किदांबी इस सीजन में जबर्द्स्त फाॅर्म में हैं, जिसमें उन्होनें इंडोनेशिया ओपन प्रीमियर सुपरसीरिज और ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपरसीरिज का खिताब जीता है जबकि सिंगापुर ओपन में उपविजेता रहे।
बस दो मिनटः गुरू गोपी के चैंपियन शिष्य श्रीकांत
फाॅर्म में वापसी की कोशिशों में जुटे पारूपल्ली कश्यप क्वालीफायर में डेनमार्क के एमिल होस्ट से खेलेंगे। अन्य भारतीयों में यूएस ओपन चैंपियन एस एच प्रणय डेनिस शटलर एंडर्स एंटोन्सेन के खिलाफ अपनें अभियान की शुरूआत करेंगे।वहीं सौरभ वर्मा को पहले राउंड में लीजेंड शटलर लिन डान से पार पाना होगा। बी साईं प्रणीत और समीर वर्मा क्वालीफायर में अपनें मैच जीतकर मुख्य दौर में प्रवेश करनें की कोशिश करेंगे।
मिक्स्ड डबल्स में प्रणव चोपड़ा और सिक्की रेड्डी की भारतीय जोड़ी पाँचवी वरीयताप्राप्त डेकापोल पुवारानुकरोह और ताइरात्तनाचाई के खिलाफ अभियान शुरू करेगी। वहीं महिला डबल्स के पहले राउंड में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी,तीसरी वरीय कोरियाई जोड़ी चांग यी ना और ली सो ही का सामना करेगी। क्वालीफायर राउंड में बी सुमित रेड्डी और मनु अत्री तथा एस रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी अपनें अपनें मैच खेलेगी। पिछले कुछ वर्षों में बैडमिंटन में भारतीय शटलरों नें चीन, कोरिया और जापान के प्रभुत्व को जबर्दस्त चुनौती दी है। ऐसे में जापान ओपन में भारतीयों का प्रदर्शन देखना रोचक होगा जिसमें पीवी सिंधू से सबसे ज्यादा उम्मीद है।
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