प्रधानमंत्री मोदी ने ‘अजमेर शरीफ’ पर चढ़ाई चादर, देश के नाम अमन और शांति का सन्देश !
प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 809वें उर्स कार्यक्रम (पुण्यतिथि) के अवसर पर ‘अजमेर शरीफ’ दरगाह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर एक चादर चढ़ाई जाएगी। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को इसके लिए पत्रक सौंपा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “मैंने 809वें उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह को चादर सौंपी।” प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ट्वीट की गई एक तस्वीर में वह नकवी को एक पत्रक सौंपते हुए दिखाई दे रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा “एकता और सौहार्द की ताकत ही पंथनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है”. नकवी ने मोदी का लिखा संदेश भी पढ़कर सुनाया.
संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा है, “ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808वें उर्स के अवसर पर विश्वभर में उनके अनुयायिओं को बधाई एवं शुभकामनाएं. दुनिया को मानवता का संदेश देने वाले महान सूफी संत के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं”.
प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले भी कई बार दरगाह पर चादर चढ़ा चुके हैं। इस साल सातवीं बार प्रधानमंत्री मोदी के नाम की चादर मजार पर चढ़ाई जाएगी।अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी भारत के राजस्थान के अजमेर में उर्स के अवसर पर एक कम्बल भेजा है।
भारत में अफगान दूतावास के माध्यम से उन्होंने अजमेर शरीफ दरगाह में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की ‘मजार’ पर चादर चढाने की इच्छा व्यक्त की थी। इस पत्रक के साथ राष्ट्रपति गनी ने दरगाह के प्रमुख को एक पत्र भी लिखा है। कुछ दिनों पहले कोविड के दौरान भारत की ओर से अफगानिस्तान को काफी मदद मिली थी।
अफ़ग़ानिस्तान में मवैक्सीन की आपूर्ति में मदद करने के लिए भारत ने मदद की थी। भारत की ओर से कोरोना वैक्सीन की पांच लाख खुराक एक उपहार के रूप में अफगान अधिकारियों को सौंपी गई थी।
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