आईआईटी मद्रास की बड़ी उपलब्धि, बनाया कोरोना डिटेक्टर बैंड
चेन्नई तमिलनाडु में स्थित आईआईटी मद्रास ने कोरोना काल में देश के लिए एक और उपलब्धि हासिल की है। आईआईटी मद्रास ने कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए हाथ में पहनने वाला एक ऐसा बैंड तैयार किया है जो एकदम शरुआती स्तर पर ही किसी इंसान को संक्रमण के बारे में बता सकता है। यह बैंड अगले माह तक बाजार में आ सकता है।
हाथ के ट्रैकर में शरीर के तापमान को मापने, हृदय गति तथा एसपीओ2 (ब्लड ऑक्सीजन सघनता) को मापने के लिए सेंसर लगे हैं, जो लगातार इन पर नजर रख कर संक्रमण के शुरुआती स्तर में ही पता लगाने में मदद कर सकता है।
यह ट्रैकर ब्लूटूथ से चलेगा और इसे म्यूज हेल्थ ऐप के जरिए मोबाइल फोन से जोड़ा जा सकता है। उपयोगकर्ता के शरीर से जुड़ी तथा अन्य गतिविधियों की जानकारी फोन तथा दूरस्थ सर्वर में इकट्ठा हो जाएगी। उपयोगकर्ता यदि किसी निरुद्ध क्षेत्र में जाता है तो आरोग्य सेतु ऐप के जरिए उसे संदेश मिल जाएगा। इन ट्रैकर्स को 70 देशों में लांच करने की योजना है।
इस ट्रैकर की कीमत 3500 रुपए है और यह 70 देशों में अगस्त तक आ जाएगा।बएनआईटी वारंगल से स्नातक के. प्रत्यूषा ने कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य ऐसे मरीजों की पहचान में मदद करना है, जिन्हें कोरोना हो सकता है ताकि उनका और प्रभावी तरीके से इलाज किया जा सके।
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